Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Feb 2018 · 1 min read

मुक्तक द्वय -कृत्रिम,नैसर्गिक

कृत्रिम :
000
क्या रक्खा है, कृत्रिम जीवन जीने में.
क्या मिलना है, खारा पानी पीने में.
‘सहज’ जियो तब, समझ सकोगे निश्चित ही,
असर चुभन का, खुद ही अपने सीने में.
000
नैसर्गिक:
000
नैसर्गिक नियमों का, उल्लंघन अनुचित है.
स्वाभाविक जीवन, अपनाना सर्वोचित है.
जहाँ न मिलता मान और सम्मान यक़ीनन ,
जाना-आना वहां ‘सहज’, निश्चित अनुचित है.
000
@डॉ.रघुनाथ मिश्र ‘सहज’
अधिवक्ता/साहित्यकार
COPYRIGHTS RESERVED

Language: Hindi
362 Views

You may also like these posts

यह जिंदगी मेरी है लेकिन..
यह जिंदगी मेरी है लेकिन..
Suryakant Dwivedi
3495.🌷 *पूर्णिका* 🌷
3495.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
दर्द की शर्त लगी है दर्द से, और रूह ने खुद को दफ़्न होता पाया है....
दर्द की शर्त लगी है दर्द से, और रूह ने खुद को दफ़्न होता पाया है....
Manisha Manjari
भीड़ से आप
भीड़ से आप
Dr fauzia Naseem shad
विश्राम   ...
विश्राम ...
sushil sarna
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*यात्रा*
*यात्रा*
Shashank Mishra
आंसू
आंसू
sheema anmol
***हरितालिका तीज***
***हरितालिका तीज***
Kavita Chouhan
वो एक रात 9
वो एक रात 9
सोनू हंस
एक सशक्त लघुकथाकार : लोककवि रामचरन गुप्त
एक सशक्त लघुकथाकार : लोककवि रामचरन गुप्त
कवि रमेशराज
चल आज फिर मुझसे कुछ बात कर।
चल आज फिर मुझसे कुछ बात कर।
Jyoti Roshni
मुझे शिकायत है
मुझे शिकायत है
Sudhir srivastava
अवसर आया है अभी, करें रक्त का दान
अवसर आया है अभी, करें रक्त का दान
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
क्रोधी सदा भूत में जीता
क्रोधी सदा भूत में जीता
महेश चन्द्र त्रिपाठी
*जय सियाराम राम राम राम...*
*जय सियाराम राम राम राम...*
Harminder Kaur
माँ शेरावली है आनेवाली
माँ शेरावली है आनेवाली
Basant Bhagawan Roy
रूठी किस्मत टूटी मोहब्बत
रूठी किस्मत टूटी मोहब्बत
Dr. Man Mohan Krishna
"सत्यपथ पर "
Dr. Kishan tandon kranti
वर्षों पहले लिखी चार पंक्तियां
वर्षों पहले लिखी चार पंक्तियां
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*नारी है अर्धांगिनी, नारी मातृ-स्वरूप (कुंडलिया)*
*नारी है अर्धांगिनी, नारी मातृ-स्वरूप (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
विराम चिह्न
विराम चिह्न
Neelam Sharma
🌸अनसुनी 🌸
🌸अनसुनी 🌸
Mahima shukla
हाहाकार
हाहाकार
Dr.Pratibha Prakash
प्यार जताना नहीं आता मुझे
प्यार जताना नहीं आता मुझे
MEENU SHARMA
जीत और हार ज़िंदगी का एक हिस्सा है ,
जीत और हार ज़िंदगी का एक हिस्सा है ,
Neelofar Khan
चमकते चेहरों की मुस्कान में….,
चमकते चेहरों की मुस्कान में….,
डॉ. दीपक बवेजा
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सबसे दूर जाकर
सबसे दूर जाकर
Chitra Bisht
🙅कमाल का धमाल🙅
🙅कमाल का धमाल🙅
*प्रणय*
Loading...