Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jul 2021 · 1 min read

“मुक्तक”- ( गरीबों की हालत…. )

“मुक्तक”- ( गरीबों की हालत…. )
•••••••••••••••••••••••••••••••••
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐

गरीबों की हालत इतनी खराब है।
नहीं इसका कोई उचित जवाब है।
इनका पूरा भविष्य ही अधर में है।
पर सरकार का बुलंद ही मिज़ाज है।

अजित कुमार “कर्ण” ✍️✍️
किशनगंज ( बिहार )
दिनांक : 27-07-2021.
“””””””””””””””””””””””””””””
????????

Language: Hindi
8 Likes · 4 Comments · 618 Views

You may also like these posts

जिंदगी है...कट ही जाएगी
जिंदगी है...कट ही जाएगी
Sudhir srivastava
मेरा सुकून
मेरा सुकून
Umesh Kumar Sharma
--कहाँ खो गया ज़माना अब--
--कहाँ खो गया ज़माना अब--
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
दोहा पंचक. . . व्यवहार
दोहा पंचक. . . व्यवहार
Sushil Sarna
I choose to be different
I choose to be different
Deep Shikha
International Self Care Day
International Self Care Day
Tushar Jagawat
वो भी तो ऐसे ही है
वो भी तो ऐसे ही है
gurudeenverma198
पहला प्यार नहीं बदला...!!
पहला प्यार नहीं बदला...!!
Ravi Betulwala
सब तो उधार का
सब तो उधार का
Jitendra kumar
उस रिश्ते की उम्र लंबी होती है,
उस रिश्ते की उम्र लंबी होती है,
शेखर सिंह
पत्नी की पहचान
पत्नी की पहचान
Pratibha Pandey
दोहा पंचक. . . . . तूफान
दोहा पंचक. . . . . तूफान
sushil sarna
फुटपाथों का बचपन
फुटपाथों का बचपन
श्रीकृष्ण शुक्ल
*जय हनुमान वीर बलशाली (कुछ चौपाइयॉं)*
*जय हनुमान वीर बलशाली (कुछ चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
"इश्क वो बला"
Dr. Kishan tandon kranti
जीऊं जितने साल मैं ,रहे पिया का साथ
जीऊं जितने साल मैं ,रहे पिया का साथ
RAMESH SHARMA
शीर्षक -क्यों तुमसे है प्रेम मुझे!
शीर्षक -क्यों तुमसे है प्रेम मुझे!
Sushma Singh
జయ శ్రీ రామ...
జయ శ్రీ రామ...
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
रूहानी इश्क
रूहानी इश्क
ओनिका सेतिया 'अनु '
खुद से ही अब करती बातें
खुद से ही अब करती बातें
Mamta Gupta
दोहा
दोहा
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
मैं इक रोज़ जब सुबह सुबह उठूं
मैं इक रोज़ जब सुबह सुबह उठूं
ruby kumari
अमृतकलश
अमृतकलश
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
#कालजयी_पात्र
#कालजयी_पात्र
*प्रणय*
आँचल की छाँह🙏
आँचल की छाँह🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
गर्मी के दोहे
गर्मी के दोहे
राकेश पाठक कठारा
तेरे ना होने का,
तेरे ना होने का,
हिमांशु Kulshrestha
हम चुप रहे कभी किसी को कुछ नहीं कहा
हम चुप रहे कभी किसी को कुछ नहीं कहा
Dr Archana Gupta
हरि हरण, अशोक पुष्प मंजरी, सिंह विक्रीड़ आदि
हरि हरण, अशोक पुष्प मंजरी, सिंह विक्रीड़ आदि
guru saxena
- तुझे देखा तो में तेरा हो गया -
- तुझे देखा तो में तेरा हो गया -
bharat gehlot
Loading...