Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Dec 2021 · 1 min read

“मुक्तक”: ( कोई मेहनत से हासिल….)

“मुक्तक”: ( कोई मेहनत से हासिल….)
???????????

मुझे तो बहुत ही खुशी हो रही है !
उन्हें भी खूब खुशी जो मिल रही है !
कोई मेहनत से हासिल कुछ कर ले ,
तो किसी को ईर्ष्या क्यों हो रही है ??

©® अजित कुमार “कर्ण” ✍️✍️
किशनगंज ( बिहार )
दिनांक : 26 दिसंबर, 2021.
“””””””””””””””””””””””””””””””””
?????????

Language: Hindi
6 Likes · 6 Comments · 310 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पंचतत्व का परमतत्व में विलय हुआ,
पंचतत्व का परमतत्व में विलय हुआ,
Anamika Tiwari 'annpurna '
फूल भी खिलते हैं।
फूल भी खिलते हैं।
Neeraj Agarwal
हम आगे ही देखते हैं
हम आगे ही देखते हैं
Santosh Shrivastava
मुक्तक – भावनाएं
मुक्तक – भावनाएं
Sonam Puneet Dubey
सच्चा प्यार तो मेरा मोबाइल अपने चार्जर से करता है एक दिन भी
सच्चा प्यार तो मेरा मोबाइल अपने चार्जर से करता है एक दिन भी
Ranjeet kumar patre
"राह अनेक, पै मँजिल एक"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
अगर कभी मिलना मुझसे
अगर कभी मिलना मुझसे
Akash Agam
चंद दोहा
चंद दोहा
सतीश तिवारी 'सरस'
3799.💐 *पूर्णिका* 💐
3799.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"कविता का किसान"
Dr. Kishan tandon kranti
अब तो गिरगिट का भी टूट गया
अब तो गिरगिट का भी टूट गया
Paras Nath Jha
वो जो आए दुरुस्त आए
वो जो आए दुरुस्त आए
VINOD CHAUHAN
"एक विचार को प्रचार-प्रसार की उतनी ही आवश्यकता होती है
शेखर सिंह
गाडगे पुण्यतिथि
गाडगे पुण्यतिथि
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
ओवर पजेसिव :समाधान क्या है ?
ओवर पजेसिव :समाधान क्या है ?
Dr fauzia Naseem shad
सभी नेतागण आज कल ,
सभी नेतागण आज कल ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
जरूरी नहीं कि वह ऐसा ही हो
जरूरी नहीं कि वह ऐसा ही हो
gurudeenverma198
किन्नर व्यथा...
किन्नर व्यथा...
डॉ.सीमा अग्रवाल
*बिरहा की रात*
*बिरहा की रात*
Pushpraj Anant
प्रीतम के दोहे
प्रीतम के दोहे
आर.एस. 'प्रीतम'
ये  बेरुखी  अच्छी  नहीं  बातें  करो।
ये बेरुखी अच्छी नहीं बातें करो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
I've washed my hands of you
I've washed my hands of you
पूर्वार्थ
रिसाइकल्ड रिश्ता - नया लेबल
रिसाइकल्ड रिश्ता - नया लेबल
Atul "Krishn"
चिड़िया
चिड़िया
Kanchan Khanna
के अब चराग़ भी शर्माते हैं देख तेरी सादगी को,
के अब चराग़ भी शर्माते हैं देख तेरी सादगी को,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Rashmi Sanjay
M
M
*प्रणय*
प्रेम
प्रेम
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मैं जिस तरह रहता हूं क्या वो भी रह लेगा
मैं जिस तरह रहता हूं क्या वो भी रह लेगा
Keshav kishor Kumar
*स्वच्छ रहेगी गली हमारी (बाल कविता)*
*स्वच्छ रहेगी गली हमारी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
Loading...