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10 Aug 2021 · 1 min read

“मुक्तक”- (आहिस्ता-आहिस्ता ही सही….)

“मुक्तक”- (आहिस्ता-आहिस्ता ही सही…)
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आहिस्ता-आहिस्ता ही सही बढ़ रहा हूॅं ।
कठिनाइयों का सामना भी कर रहा हूॅॅं ।
पर मुश्किलों से कभी घबराता नहीं मैं ,
तभी सफलता की सीढ़ियाॅं चढ़ रहा हूॅं ।

अजित कुमार “कर्ण” ✍️✍️
किशनगंज ( बिहार )
दिनांक : 10-08-2021.
“””””””””””””””””””””””””””””
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Language: Hindi
4 Likes · 453 Views
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