मुक्तक – आज के रिश्ते
मुक्तक – आज के रिश्ते
जहां मूर्ख बनना चाहिए वहां समझदार बनते हैं
जहां समझदार बनना चाहिए वहां मूर्ख बनते हैं
कैसे चलेंगे आज के रिश्ते सालों साल तक यहां
जब हमें जहां होना चाहिए हम वहां नहीं होते हैं
_ सोनम पुनीत दुबे
मुक्तक – आज के रिश्ते
जहां मूर्ख बनना चाहिए वहां समझदार बनते हैं
जहां समझदार बनना चाहिए वहां मूर्ख बनते हैं
कैसे चलेंगे आज के रिश्ते सालों साल तक यहां
जब हमें जहां होना चाहिए हम वहां नहीं होते हैं
_ सोनम पुनीत दुबे