मिल गया तो मीठा-मीठा,
मिल गया तो मीठा-मीठा,
न मिला तो खट्टे हैं ।
एक तेल-पिया तो ,
एक तेलचट्टे हैं ।।
ये मुंह और मसूर की दाल ।।।
सब के सब एक ही थाली के ,
चट्टे-बट्टे हैं ।।।।
मिल गया तो मीठा-मीठा,
न मिला तो खट्टे हैं ।
एक तेल-पिया तो ,
एक तेलचट्टे हैं ।।
ये मुंह और मसूर की दाल ।।।
सब के सब एक ही थाली के ,
चट्टे-बट्टे हैं ।।।।