मिलते नहीं विचार
किया स्वंय को और के,..आगे जैसे पेश I
मिला आत्म सम्मान को, वैसा मान रमेश II
साथी से अपने जहाँ, मिलते नही विचार I
वहाँ भावना की कभी ,बहती नही बयार II
रमेश शर्मा.
किया स्वंय को और के,..आगे जैसे पेश I
मिला आत्म सम्मान को, वैसा मान रमेश II
साथी से अपने जहाँ, मिलते नही विचार I
वहाँ भावना की कभी ,बहती नही बयार II
रमेश शर्मा.