Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jun 2020 · 1 min read

हम खुद से हारे हैं

हम खुद से हारे हैं
बदले- बदले जो
अंदाज़ तुम्हारे हैं

भूले वादे अपने
जो दिखलाये थे
सब तोड़ दिये सपने
आँसू के धारे हैं
बदले -बदले जो
अंदाज़ तुम्हारे हैं

खुश थे तुमको पाकर
पाँव न पड़ते थे
तब अपने धरती पर
भूले न नज़ारे हैं
बदले -बदले जो
अंदाज़ तुम्हारे हैं

खुद आगे आते हो
फिर उसके ही तुम
अहसान जताते हो
किस ओर इशारे हैं
बदले -बदले जो
अंदाज़ तुम्हारे हैं

कुछ तुमसे कब चाहा
स्वप्न तुम्हारे थे
अपने मन मे ताहा
अब प्रश्न हमारे हैं
बदले -बदले क्यों
अंदाज़ तुम्हारे हैं

09-06-2020
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद

6 Likes · 1 Comment · 440 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
राष्ट्र धर्म
राष्ट्र धर्म
Dr.Pratibha Prakash
ईश्वर
ईश्वर
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
2746. *पूर्णिका*
2746. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हरि हरि के जाप ने हर लिए सारे कष्ट...
हरि हरि के जाप ने हर लिए सारे कष्ट...
Jyoti Khari
स्वर्गीय लक्ष्मी नारायण पांडेय निर्झर की पुस्तक 'सुरसरि गंगे
स्वर्गीय लक्ष्मी नारायण पांडेय निर्झर की पुस्तक 'सुरसरि गंगे
Ravi Prakash
..
..
*प्रणय*
साल में
साल में
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
🍂🍂🍂🍂*अपना गुरुकुल*🍂🍂🍂🍂
🍂🍂🍂🍂*अपना गुरुकुल*🍂🍂🍂🍂
Dr. Vaishali Verma
नहीं रखा अंदर कुछ भी दबा सा छुपा सा
नहीं रखा अंदर कुछ भी दबा सा छुपा सा
Rekha Drolia
हमारा अस्तिव हमारे कर्म से होता है, किसी के नजरिए से नही.!!
हमारा अस्तिव हमारे कर्म से होता है, किसी के नजरिए से नही.!!
Jogendar singh
मोहन सी प्रीति
मोहन सी प्रीति
Pratibha Pandey
मैंने नींदों से
मैंने नींदों से
Dr fauzia Naseem shad
.
.
Amulyaa Ratan
उत्तर   सारे   मौन   हैं,
उत्तर सारे मौन हैं,
sushil sarna
जय हो भारत देश हमारे
जय हो भारत देश हमारे
Mukta Rashmi
कृति : माँ तेरी बातें सुन....!
कृति : माँ तेरी बातें सुन....!
VEDANTA PATEL
बलात्कार जैसे घृणित कार्य की दुर्भावना भारत जैसे देश में हाव
बलात्कार जैसे घृणित कार्य की दुर्भावना भारत जैसे देश में हाव
Rj Anand Prajapati
तुम प्यार मोहब्बत समझती नहीं हो,
तुम प्यार मोहब्बत समझती नहीं हो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
चाय ही पी लेते हैं
चाय ही पी लेते हैं
Ghanshyam Poddar
धर्म के परदे  के   पीछे,  छुप   रहे    हैं  राजदाँ।
धर्म के परदे के पीछे, छुप रहे हैं राजदाँ।
दीपक झा रुद्रा
विषय - स्वाधीनता
विषय - स्वाधीनता
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सरस्वती वंदना । हे मैया ,शारदे माँ
सरस्वती वंदना । हे मैया ,शारदे माँ
Kuldeep mishra (KD)
"आँखें "
Dr. Kishan tandon kranti
"शुक्रिया अदा कर देते हैं लोग"
Ajit Kumar "Karn"
हंसना - रोना
हंसना - रोना
manjula chauhan
आपका हर दिन तरक्की बाला हो,
आपका हर दिन तरक्की बाला हो,
Phool gufran
संदली सी सांझ में, ज़हन सफ़ेद-कागज़ के नाव बनाये।
संदली सी सांझ में, ज़हन सफ़ेद-कागज़ के नाव बनाये।
Manisha Manjari
सपने असामान्य देखते हो
सपने असामान्य देखते हो
ruby kumari
मेरा शहर
मेरा शहर
विजय कुमार अग्रवाल
प्रेमियों के भरोसे ज़िन्दगी नही चला करती मित्र...
प्रेमियों के भरोसे ज़िन्दगी नही चला करती मित्र...
पूर्वार्थ
Loading...