माया सूं न प्रीत करौ, प्रीत करौ परमेस। माया सूं न प्रीत करौ, प्रीत करौ परमेस। माया पल भर पांमणी, रहवै नही हमेस।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया…✍️