माना इंसान अज्ञानता में ग़लती करता है,
माना इंसान अज्ञानता में ग़लती करता है,
पर हालात भी कभी गलतियाॅं करवाता है।
दिखती सच्चाई की राह जब कभी बंद…
तब असत्य के दरवाज़े खुलने लगते तुरंत।
…. अजित कर्ण ✍️
माना इंसान अज्ञानता में ग़लती करता है,
पर हालात भी कभी गलतियाॅं करवाता है।
दिखती सच्चाई की राह जब कभी बंद…
तब असत्य के दरवाज़े खुलने लगते तुरंत।
…. अजित कर्ण ✍️