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4 Jun 2023 · 1 min read

मानव में अब है नहीं, सच सुनने का भाव ।

मानव में अब है नहीं, सच सुनने का भाव ।
जो भी मीठा बोलता , उससे करे लगाव ।।
उससे करे लगाव , लोक परलोक नसाता ।
आत्म बोध की बात , चले तब वह सो जाता ।
नित्य नए पाखण्ड , कपट कर बनता दानव ।
मान स्वयं को पूर्ण , भूल नित करता मानव ।।
सतीश पाण्डेय

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