मानव मन
मानव मूल्यों के प्रति, जब तक तेरी निष्ठा होगी।
तब तक इस धरती पर, तेरी मान प्रतिष्ठा होगी।।
सत्य प्रेम करुणा भूले, तो भूल गए तुम मानव हो।
दिखते तो मानव जैसे हो, पर अंतर्मन से दानव हो।।
आशा तुमको भी बुद्ध मिले, अंगुलिमाल सा ज्ञान मिले।
हो परिवर्तन अंतर्मन में, बन मानव सुख सम्मान मिले।।
जय श्री राम