मानवीय रिश्तों के प्रेम से बढ़कर राष्ट्रप्रेम (देशभक्ति)
जैसा कि आप सभी जानते है कि कश्मीर अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है। वहां के लोगो का जीवन बहुत ही आकर्षक ढंग का हैं। वहां चारों ओर की सुंदर वादियां एक दिव्य सुंदरता का अहसास कराती है।
लेकिन फिर भी कश्मीर भारत का एक अभिन्न अंग होते हुए भी इसके कुछ हिस्से पर पाकिस्तान और चीन की नजर हमेशा रहती है। जिसके कारण यहां का कुछ इलाका संवेदनशील है , दुश्मन वहां हमेशा आए दिन किसी न किसी घटना को अंजाम देने के की फिराक में रहता हैं। ऐसे में भारतीय सेना के साथ साथ कुछ खुफिया एजेंसियां भी यहां की गतिविधियों पर नजर बना कर रखती है।
कुछ समय पहले की बात है जब मैं कश्मीर की घाटी में तैनात था। उस इलाके में तान्या (काल्पनिक नाम) नाम की एक बहुत ही सुंदर लड़की रहती थी।
वह एक कॉलेज से मास्टर डिग्री कर रही थी , वहीं पर मैंने भी कॉलेज में अपनी उच्च शिक्षा बढ़ाने के लिए एडमिशन ले लिया, क्लास के दौरान मेरी भेंट उस लड़की से हो गई। हमारी मुलाकात आपस में कई दिनों तक चलती रही और फिर वह मुलाकात प्यार में तब्दील हो गई। समय के चलते चलते मेरा और तान्या का प्रेम बहुत गहरा होता गया।
इस प्रकार ये प्यार का सिलसिला चलते लगभग एक वर्ष बीत गया तथा उस समय घाटी में माहौल बहुत ही खराब चल रहा था । वहां के कुछ युवा भारतीय सेना के सैनिकों पर पत्थरबाजी करने लगे।पत्थरबाजी करने में तान्या का इकलौता भाई सलीम भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने पहुंच गया। सेना के जवानों ने अपनी बहादुरी का परिचय देते हुए इस घटना पर काबू पा लिया। और सेना तथा भारतीय खुफिया एजेंसियां जांच के लिए जुट गई , जांच के दौरान जब भारतीय सेना जैसे ही सलीम तक पहुंची। तो सलीम ने सेना के जवानों पर गोलियां चलाते हुए वहां से भाग निकला और भागकर अपने घर में घुस गया।
तान्या अपने इकलौते भाई सलीम से बहुत प्यार करती थी। लेकिन काफी दिनों तक सलीम का कोई पता नहीं चल पाया तो सेना ने सलीम की पहचान सार्वजनिक कर दी और उसका
उसकी तस्वीरें दीवारों पर चिपका दिया तथा टेलीविजन पर प्रसारण किया गया कि यह युवक आतंकवादी संगठन से जुड़ा हुआ था। तथा यह घाटी में किसी ना किसी अतंकवादी घटना को अंजाम दे सकता है जिससे बहुत बड़ी जान – माल की हानि हो सकती थी। इसके साथ ही सेना ने घोषणा कर दिया कि जो भी इस युवक को पकड़ने में तथा उसका पता बताने में सेना की मदद करेगा उसे सेना द्वारा इनाम दे कर प्रोत्साहित किया जाएगा।
उसके बाद जब तान्या को सलीम की वास्तविकता का पता चला कि वह किसी खतरनाक आतंकी संगठन से ताल्लुक रखता है। तथा यहां पर किसी न किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकता था।
अब तान्या के सामने एक तरफ देशप्रेम था तो दूसरी तरफ भाई का प्यार था। किंतु तान्या का देशभक्ति का प्यार सच्चा था। तान्या ने चुपके से मुझे सारी बात बता दिया और जब मुझे पता चला कि सलीम जो को तान्या का भाई है तो मुझे भी बहुत बड़ा दुख हुआ। लेकिन मेरा पहला फर्ज अपने देश की रक्षा करना था। मैने सारी बातें अपने कमांडर को बता दिया। और हमने तान्या की मदद से बिना किसी गोलाबारी के सलीम को गिरफ्तार कर लिया। सलीम को गिरफ्तार करवाने में तान्या का अहम योगदान था। सलीम के गिरफ्तार होने से घाटी में एक बहुत बड़ा हादसा होने से बच गया। तान्या के उस देश प्रेम को देखकर भारतीय सेना ने उस बहादुर लड़की को प्रोत्साहन देने का आह्वान किया। तथा सलीम के पास आतंकवादियों से सम्बन्धित जितनी भी जानकारी थी वह सब उसने सेना को बता दिया। उसके बाद काफी दिनों तक उसके ऊपर जांच चलती रही और बाद में उसने भी सेना की जांच में बहुत सहयोग किया और घाटी में काफी आतंकवादियों को पकड़ने में सेना का साथ दिया। और बाद में सेना ने उसको भी सेना में भर्ती कर लिया। और बाद में उसने सेना में बड़ी इमानदारी से अपने फर्ज को निभाया।
अंत में हमें इस कहानी से यह शिक्षा मिलती है कि
मानवीय रिश्तों के प्रेम से बड़ा राष्ट्र प्रेम होता और देशभक्ति होती है। हमें हमेशा अपने देश के प्रति वफादारी निभानी चाहिए।
धन्यवाद।।
– कृष्ण सिंह