मातु शारदे
मातु शारदे वंदना,करता जग है आज।
रखकर माता सत कृपा,रखना सुंदर साज।
रहता सुंदर साज,सोच उत्तम बन जाती।
हो विद्या शृंगार,बुद्धि नव ऊर्जा पाती।
विनय करे नित ओम,मातु उत्तम विचार दे।
बरसा के मधु प्यार,तार दो मातु शारदे।।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम