माता – पिता राह में चलना सिखाते हैं
माता – पिता राह में चलना सिखाते हैं
तो गुरु सड़क पर दौड़ना सिखाते हैं!
माता – पिता रास्ता दिखलाते हैं
तो गुरु मंज़िल तक पहुॅंचाते हैं!
एक नादान के लिए ये सभी
मार्गदर्शक माने जाते हैं !
अपने कर्मों के बल पर
ये पूज्य हो जाते हैं!
…अजित कर्ण ✍️