माता पिता की आरती
आरती माता पिता की कर ले। बंधु बंधु भवसागर से तर ले कर्ज उतार नहीं सकता है। गुरु माता और पिता का। थोड़ा बहुत गुणगान तो कर ले। और की माता-पिता की कर ले। सब कुछ जिंदगी में मिल जाएगा कई बार। पर माता पिता मिलते हैं जिंदगी में बस एक बार। इनके चरणों में बसता है बसता है स्वर्ग स्वर्ग। इनकी शरण ले ले बंदे आरती माता पिता की कर ले भवसागर से कर ले