मातम
माथे को चूमकर सहलाएं सभी।
चैन से जो मैं सोया जगायें सभी।।
जिंदा में ना मुझको सहारा दिया।
बाद मरने के मुझको उठाएं सभी।।
में तो रो रो के जीता रहा उम्र भर।
मेरे मरने पे आंसू बहाएं सभी ।।
साथ मेरे कभी ना चला है कोई।
साथ में आज मातम मनाएं सभी।।
नुक्स मुझमें हमेशा दिखाई दिए।
मेरी खूबी जहां को बताएं सभी।।
जिंदा था तो अकेले घुटता रहा।
गैर भी आज नाते बनाएं सभी।।
दूर से आज मेरे सनम आ गए।
राज दिल के मुझे वो बताएं सभी।।
चाहतें दिल की सारी धरी रह गईं।
ख्वाहिशें मुझको मेरी सताएं सभी।।
उमेश मेहरा
गाडरवारा ( एम पी)
9479611151