Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jan 2023 · 1 min read

माघी दोहे ….

लुढ़का पारा शून्य पर, कुहर-शीत की धूम।
सूरज भी आया मनो, सर्द हिमालय चूम।।

पाला पड़ा दिमाग पर, हाथ-पाँव सब सुन्न।
बिस्तर में दुबके हुए, पड़े सभी हैं टुन्न।।

माघ मास में शीत से, काँपे थरथर गात।
सरवर जम सब हिम हुए, ऐंठ रहा जलजात।।

माघ मास पाला पड़ा, बढ़ता अनुदिन शैत्य।
धरा अनवरत खोजती, छुपे कहाँ आदित्य ?।।

जेठ मास में जेठ से, उगल रहे थे आग।
माघ मास में दुम दबा, कहाँ छुपे तुम भाग ?।।

© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद
“मनके मेरे मन के” से

Language: Hindi
2 Likes · 305 Views
Books from डॉ.सीमा अग्रवाल
View all

You may also like these posts

उम्मीद का दामन।
उम्मीद का दामन।
Taj Mohammad
योग स्वस्थ जीवन का आधार
योग स्वस्थ जीवन का आधार
Neha
‘श...श.. वह सो गई है
‘श...श.. वह सो गई है
आशा शैली
*जीवन के गान*
*जीवन के गान*
Mukta Rashmi
*
*"बसंत पंचमी"*
Shashi kala vyas
- निस्वार्थ भाव -
- निस्वार्थ भाव -
bharat gehlot
तू ठहर चांद हम आते हैं
तू ठहर चांद हम आते हैं
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
23/189.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/189.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्यार चाहा था पा लिया मैंने।
प्यार चाहा था पा लिया मैंने।
सत्य कुमार प्रेमी
मतदान करो
मतदान करो
पूर्वार्थ
आज वो दौर है जब जिम करने वाला व्यक्ति महंगी कारें खरीद रहा ह
आज वो दौर है जब जिम करने वाला व्यक्ति महंगी कारें खरीद रहा ह
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
ई आलम
ई आलम
आकाश महेशपुरी
मैं लिखता हूँ
मैं लिखता हूँ
DrLakshman Jha Parimal
ख़ुद को फ़लक़ से नीचे उतारा अभी अभी
ख़ुद को फ़लक़ से नीचे उतारा अभी अभी
अंसार एटवी
बचपन याद बहुत आता है
बचपन याद बहुत आता है
VINOD CHAUHAN
*****रामलला*****
*****रामलला*****
Kavita Chouhan
"समझाइश"
Dr. Kishan tandon kranti
मसल डाली मेरी इज्जत चंद लम्हों में
मसल डाली मेरी इज्जत चंद लम्हों में
Phool gufran
वक्त ए रूखसती पर उसने पीछे मुड़ के देखा था
वक्त ए रूखसती पर उसने पीछे मुड़ के देखा था
Shweta Soni
😊
😊
*प्रणय*
अपनी ज़मीन से कर ले तू यारी
अपनी ज़मीन से कर ले तू यारी
Jyoti Roshni
बीती यादें
बीती यादें
Shyam Sundar Subramanian
हर एक सांस सिर्फ़ तेरी यादें ताज़ा करती है,
हर एक सांस सिर्फ़ तेरी यादें ताज़ा करती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पाश्चात्य विद्वानों के कविता पर मत
पाश्चात्य विद्वानों के कविता पर मत
कवि रमेशराज
सपनों की उड़ान: एक नई शुरुआत
सपनों की उड़ान: एक नई शुरुआत
Krishan Singh
ड्राइवर,डाकिया,व्यापारी,नेता और पक्षियों को बहुत दूर तक के स
ड्राइवर,डाकिया,व्यापारी,नेता और पक्षियों को बहुत दूर तक के स
Rj Anand Prajapati
पहली बार का मिलन
पहली बार का मिलन
SURYA PRAKASH SHARMA
बरसों में ना समझे जो
बरसों में ना समझे जो
Chitra Bisht
कसौटियों पर कसा गया व्यक्तित्व संपूर्ण होता है।
कसौटियों पर कसा गया व्यक्तित्व संपूर्ण होता है।
Neelam Sharma
विधा
विधा
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
Loading...