“”मां””_ निहाल हो गया ____ शेर
यह तेरा ही कमाल है, मै मालामाल हो गया।
मिला तेरा जो सहारा मुझे, मै बेमिसाल हो गया।
बनी रहे दया तेरी,विनती यही है मेरी।
जीवन अब तक का तो “”मां”” निहाल हो गया।।
*******राजेश व्यास अनुनय********
कोई न मुकाम था, जीवन में संग्राम था ।
बैकारी,गरीबी ने,जकड़ा तमाम था।
लेता रहा नाम तेरा, हुआ _ हुआ काम मेरा।
खुल गए रास्ते “” मां”” किया तूने इंतजाम था।।
*******राजेश व्यास अनुनय*********