मां
मां
सुनो ना!
जिस्म का रेज़ा-रेज़ा तुमसे ही है।
और सिर्फ जिस्म ही क्यों, रूह में भी तो तुम ही हो।
फिर तुम कहाँ कहीं और हो, यहीं तो हो, मुझमें ही।
मैं जब तलक, तब तलक तुम भी, जन्म से जन्मों तक। #माँ❤️❤️
-विमल
मां
सुनो ना!
जिस्म का रेज़ा-रेज़ा तुमसे ही है।
और सिर्फ जिस्म ही क्यों, रूह में भी तो तुम ही हो।
फिर तुम कहाँ कहीं और हो, यहीं तो हो, मुझमें ही।
मैं जब तलक, तब तलक तुम भी, जन्म से जन्मों तक। #माँ❤️❤️
-विमल