मां शारदे को नमन
कुछ ऐसा में कर जाऊ,
इस माटी पर मर जाऊ,
कालजयी हो जाऊ एक दिन,
मरकर भी लोगो की जुबान पर हरदम आऊ,
मां शारदे एक ऐसा वर दे,
चाहे दुनिया में कही पर भी जाऊ,
में अदना सा शारद पुत्र कहलाऊ
शारद पुत्र – भरत गहलोत
जालोर राजस्थान