Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Feb 2024 · 1 min read

मां रिश्तों में सबसे जुदा सी होती है।

मां रिश्तों में सबसे जुदा सी होती है।
मां खुदा तो नपर खुदा सी होती है।।

✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️

198 Views
Books from Taj Mohammad
View all

You may also like these posts

4628.*पूर्णिका*
4628.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
रिश्तों की कद्र
रिश्तों की कद्र
Sudhir srivastava
समर्पण
समर्पण
ललकार भारद्वाज
चलो माना तुम्हें कष्ट है, वो मस्त है ।
चलो माना तुम्हें कष्ट है, वो मस्त है ।
Dr. Man Mohan Krishna
गांव सदाबहार
गांव सदाबहार
C S Santoshi
एक रचयिता  सृष्टि का , इक ही सिरजनहार
एक रचयिता सृष्टि का , इक ही सिरजनहार
Dr.Pratibha Prakash
जीवन को पैगाम समझना पड़ता है
जीवन को पैगाम समझना पड़ता है
डॉ. दीपक बवेजा
"इंसानियत की सनद"
Dr. Kishan tandon kranti
शिव स्तुति महत्व
शिव स्तुति महत्व
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
I Fall In Love
I Fall In Love
Vedha Singh
डिफाल्टर
डिफाल्टर
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
उपकार माईया का
उपकार माईया का
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Udaan Fellow Initiative for employment of rural women - Synergy Sansthan, Udaanfellowship Harda
Udaan Fellow Initiative for employment of rural women - Synergy Sansthan, Udaanfellowship Harda
Desert fellow Rakesh
आज कल के लोग बड़े निराले हैं,
आज कल के लोग बड़े निराले हैं,
Nitesh Shah
जब तू मिलती है
जब तू मिलती है
gurudeenverma198
कविता बिन जीवन सूना
कविता बिन जीवन सूना
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
” आलोचनाओं से बचने का मंत्र “
” आलोचनाओं से बचने का मंत्र “
DrLakshman Jha Parimal
जिंदगी की जंग
जिंदगी की जंग
Seema gupta,Alwar
गिरगिट
गिरगिट
Shutisha Rajput
సంస్థ అంటే సేవ
సంస్థ అంటే సేవ
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
हार से भी जीत जाना सीख ले।
हार से भी जीत जाना सीख ले।
सत्य कुमार प्रेमी
नारी शक्ति का स्वयं करो सृजन
नारी शक्ति का स्वयं करो सृजन
उमा झा
उदास राहें
उदास राहें
शशि कांत श्रीवास्तव
रक्षाबंधन
रक्षाबंधन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
-वतन के वास्ते जीओ वतन के वास्ते मर जाओ -
-वतन के वास्ते जीओ वतन के वास्ते मर जाओ -
bharat gehlot
मंजिल-ए-मोहब्बत
मंजिल-ए-मोहब्बत
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
मुक्तक काव्य
मुक्तक काव्य
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
तपती दुपहरी
तपती दुपहरी
Akash RC Sharma
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
रख लेना तुम सम्भाल कर
रख लेना तुम सम्भाल कर
Pramila sultan
Loading...