Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Aug 2023 · 1 min read

मां ने भेज है मामा के लिए प्यार भरा तोहफ़ा 🥰🥰🥰 �

मां ने भेज है मामा के लिए प्यार भरा तोहफ़ा 🥰🥰🥰 �
आखिर मिल ही गई राखी,
मेरे चंदा_मामा को आज
भेजी है
जो मां ने प्रेम से,
विक्रम के साथ ।
देखो विक्रम!
उतरना हल्के पांव, मामा के आंगन।
और फिर सौंप देना यह रक्षा सूत्र मामा के हाथ।
पांव छू कर फिर मामा के
जोर से कहना
“मामा मैं आ गया।”
मामा फिर
लगा कर गले तुझको
सच में यही कहेगा,
“पूरी दुनिया से मिला हूं मैं
पर तुझसे मिल कर
मजा आ गया।”🇮🇳 🙏
शुभकामनाएं
मिशन चंद्रयान 3
❤️🧰Indian scientists👨‍🔬
❤️ISRO
🥳🥳Yayyy!!!!
🌝🌚🌜🌛So proud and happy 👏❤️
Congratulations ISRO and To all of us Indians 👏👏👏

( स्वरा कुमारी आर्या ✍🏼)

501 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

चुनाव
चुनाव
Lakhan Yadav
दिल्लगी
दिल्लगी
Dipak Kumar "Girja"
मुंहतोड़ जवाब मिलेगा
मुंहतोड़ जवाब मिलेगा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मत कर गीरबो
मत कर गीरबो
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
इंतजार की घड़ियां
इंतजार की घड़ियां
C S Santoshi
"बुलंद इरादों से लिखी जाती है दास्ताँ ,
Neeraj kumar Soni
5. Tears in God's Eyes
5. Tears in God's Eyes
Santosh Khanna (world record holder)
मेरे अपने
मेरे अपने
Rambali Mishra
'निशात' बाग का सेव (लघुकथा)
'निशात' बाग का सेव (लघुकथा)
Indu Singh
*शादी के पहले, शादी के बाद*
*शादी के पहले, शादी के बाद*
Dushyant Kumar
फूलों से हँसना सीखें🌹
फूलों से हँसना सीखें🌹
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
हमेशा जागते रहना
हमेशा जागते रहना
surenderpal vaidya
**बड़े चंगे दिन सी माये**
**बड़े चंगे दिन सी माये**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सिर्फ उम्र गुजर जाने को
सिर्फ उम्र गुजर जाने को
Ragini Kumari
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"कुछ भी नहीं हूँ मैं"
Dr. Kishan tandon kranti
मान न मान मैं तेरा मेहमान
मान न मान मैं तेरा मेहमान
Sudhir srivastava
फर्क़ है
फर्क़ है
SURYA PRAKASH SHARMA
#दोहा-
#दोहा-
*प्रणय*
कलश चांदनी सिर पर छाया
कलश चांदनी सिर पर छाया
Suryakant Dwivedi
काव्य में सत्य, शिव और सौंदर्य
काव्य में सत्य, शिव और सौंदर्य
कवि रमेशराज
वाह रे मेरे समाज
वाह रे मेरे समाज
Dr Manju Saini
3184.*पूर्णिका*
3184.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आज अकेले ही चलने दो।
आज अकेले ही चलने दो।
Kumar Kalhans
अपने ग़मों को लेकर कहीं और न जाया जाए।
अपने ग़मों को लेकर कहीं और न जाया जाए।
Harminder Kaur
Stay true to yourself.
Stay true to yourself.
पूर्वार्थ
चिर मिलन
चिर मिलन
Deepesh Dwivedi
बुंदेली_मुकरियाँ
बुंदेली_मुकरियाँ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
कृतघ्न अयोध्यावासी !
कृतघ्न अयोध्यावासी !
ओनिका सेतिया 'अनु '
आओ मृत्यु का आव्हान करें।
आओ मृत्यु का आव्हान करें।
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
Loading...