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29 May 2024 · 1 min read

मां की रोटी

मां की रोटी मोटी थी उसमें प्यार मिलाया होता था

आर डी छक कर उठ जाता था बस “एक” खिलाया होता था

अब पतली खा कर सोते हैं छः खाकर भी कुछ खोते हैं

अब “फर्ज” सुनाएं जाते है तब “अधिकार” मिलाया होता था।

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