मां की ममता
थकी हारी होती है वो
फिर भी आराम नहीं करती
ऐसा कोई दिन नहीं होता
जब वो काम नहीं करती
जब भी बच्चे कुछ मांगते है उससे
वो कभी इन्कार नहीं करती
मां की ममता को
हम क्या सुना पाएंगे तुमको
मां वो होती है जो किसी तकलीफ का
अहसास नहीं होने देती है हमको
हो कोई पीड़ा जब भी हमें
हमसे ज़्यादा दर्द होता है उसको
हो कोई भी परेशानी हमें
सबसे पहले माँ याद आती है हमको
लाकर हमको संसार में
पालन पोषण करती है हमारा
पिलाकर अपना दूध हमको
बौद्धिक विकास करती है हमारा
चाहती है हमेशा वो
मिले सारी खुशियां हमको
हम जब तक घर न पहुंचे
नींद नहीं आती है उसको
हो चाह हमारी अगर
तारे तोड़कर लाती है वो
हो अगर मुश्किल में हम
जन्नत छोड़कर आती है वो
बन जाता है वो घर स्वर्ग
जहां जहां रहती है वो
मिलता है दिल को सुकून
जब मुझको पुकारती है वो
वात्सल्य से भरा बचपन देती है
है वही जग में प्यार की मूरत
हो जाएं कितने भी बड़े हम
दिखती है उसमें ही रब की सूरत।