मांग कर ली हुई चीज़े अपनी गरिमा खो देती है, चाहे वो प्रेम हो
मांग कर ली हुई चीज़े अपनी गरिमा खो देती है, चाहे वो प्रेम हो, विश्वास हो या फ़िर किसी का साथ।
और जिस चीज की जब चाह हो और वो तब मिल जाये तो उसका महत्व बना रहता है। नहीं तो इंतजार करते करते एक वक्त के बाद उस चीज से मोह भंग हो जाता है, फिर वो पहले से सौ गुना ज्यादा भी मिले तो भी उसका कोई महत्व नहीं होता।