“माँ “
माँ की ममता,
ईश्वर उपहार,
है अनमोल।
माँ का आँचल,
टाल दे हर बला,
लाल का स्वर्ग।
धरा पर माँ,
रूप भगवान का,
करूँ अर्चना।
कान्हा की प्यारी,
करे लाल को लाड,
मैया यशोदा।
दुर्भाग्यशाली,
प्रभु खोजे शिला में,
दुत्कारे माँ को।
पूजे पत्थर,
माता का अपमान,
कैसा इंसान?
याद आये माँ ,
मैं यहाँ परदेश,
काश तू होती |
स्नेह की छाया,
ममता का सागर,
माँ का आँचल |
सभी माताएं,
वात्सल्य की मूरत,
वारें शिशु पे |
जननी त्यागे,
खूबसूरत तन,
धारे शिशु को |
” सन्दीप कुमार “