माँ
माँ जीवन का विश्वास है
माँ ही जीवन की आस है
लात खाकर भी जो दूध पिलाये
ऐसा कलेजा माँ के ही पास है
अशोक मिश्र
माँ जीवन का विश्वास है
माँ ही जीवन की आस है
लात खाकर भी जो दूध पिलाये
ऐसा कलेजा माँ के ही पास है
अशोक मिश्र