** माँ **
जब से होश संभाला मैंने ,
माँ तुमको ही जाना है ।
दुनिया चाहे जो भी समझे ,
शुरू तुझ से हर फ़साना है ।।
माँ की ममता का मोल नहीं ,
ये अनमोल खजाना है ।
खुद चाहे सौ संकट झेले ,
संकट बच्चों तक नहीं आना है ।।
जब से होश संभाला मैंने ,
माँ तुमको ही जाना है ।
दुनिया चाहे जो भी समझे ,
शुरू तुझ से हर फ़साना है ।।
माँ की ममता का मोल नहीं ,
ये अनमोल खजाना है ।
खुद चाहे सौ संकट झेले ,
संकट बच्चों तक नहीं आना है ।।