माँ हीराबेन श्रधंजलि
अम्मा मरी प्रधान की,
दुखी है पूरा देश।
शतक लगाया पन में,
यही है बहुत विशेष।
यही है बहुत विशेष,
शोक की बात नहीं है।
जाना एक दिन सबन को,
एक दम बात सही है।
माता हीराबेन हों,
या हीरा की माँ।
मां पदवी है एक सी,
माने सकल जहाँ।
धन्य है माता तू बहुत,
धन्य है तेरी गोदी।
जिसने भारत को दिया,
एक सपूत सा मोदी।
जन जन प्रार्थना कर रहा,
पथ हो अति सुखदाई।
प्रेम व श्रद्धा से करो,
मां की अंत विदाई।
-सतीश शर्मा सृजन, लखनऊ.