Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Jul 2024 · 1 min read

माँ में मिला गुरुत्व ही सांसों के अनंत विस्तार के व्यापक स्त

माँ में मिला गुरुत्व ही सांसों के अनंत विस्तार के व्यापक स्तंभ हैं
✨️☀️🧡
©️_दामिनी नारायण सिंह

50 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
హాస్య కవిత
హాస్య కవిత
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
■ आई बात समझ में...?
■ आई बात समझ में...?
*प्रणय प्रभात*
मैं खोया था जिसकी यादों में,
मैं खोया था जिसकी यादों में,
Sunny kumar kabira
તે છે સફળતા
તે છે સફળતા
Otteri Selvakumar
******* प्रेम और दोस्ती *******
******* प्रेम और दोस्ती *******
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सलाम
सलाम
Dr.S.P. Gautam
श्री राम के आदर्श
श्री राम के आदर्श
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
शहर में आग लगी है
शहर में आग लगी है
VINOD CHAUHAN
अधिकांश होते हैं गुमराह
अधिकांश होते हैं गुमराह
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
"सावन की घटा"
Shashi kala vyas
केवल पुस्तक से नहीं,
केवल पुस्तक से नहीं,
sushil sarna
" हर वर्ग की चुनावी चर्चा “
Dr Meenu Poonia
3297.*पूर्णिका*
3297.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Beginning of the end
Beginning of the end
Bidyadhar Mantry
അക്ഷരങ്ങൾ
അക്ഷരങ്ങൾ
Heera S
विचारों को पढ़ कर छोड़ देने से जीवन मे कोई बदलाव नही आता क्य
विचारों को पढ़ कर छोड़ देने से जीवन मे कोई बदलाव नही आता क्य
Rituraj shivem verma
दिसम्बर की सर्द शाम में
दिसम्बर की सर्द शाम में
Dr fauzia Naseem shad
जिंदगी को बोझ मान
जिंदगी को बोझ मान
भरत कुमार सोलंकी
मैं अपने आप को समझा न पाया
मैं अपने आप को समझा न पाया
Manoj Mahato
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
श्रीराम
श्रीराम
सुरेखा कादियान 'सृजना'
युवा संवाद
युवा संवाद
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
डर
डर
अखिलेश 'अखिल'
हालात बदलेंगे या नही ये तो बाद की बात है, उससे पहले कुछ अहम
हालात बदलेंगे या नही ये तो बाद की बात है, उससे पहले कुछ अहम
पूर्वार्थ
कभी भी दूसरो की बात सुनकर
कभी भी दूसरो की बात सुनकर
Ranjeet kumar patre
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
"मोहलत"
Dr. Kishan tandon kranti
जला दो दीपक कर दो रौशनी
जला दो दीपक कर दो रौशनी
Sandeep Kumar
करगिल के वीर
करगिल के वीर
Shaily
तुम्हारी शरारतें
तुम्हारी शरारतें
Dr. Rajeev Jain
Loading...