माँ-बाप के सेवा पर एक कुंडली —आर के रस्तोगी
एक कुंडली
लाख करो तुम पूजा पाठ और तीरथ करो हजार |
जब तक माँ-बाप खुश नहीं सब कुछ है बेकार ||
सब कुछ है बेकार,जीते जी करते हो दंगम दंगा |
मरने के बाद ले जाते है ,तुम उनको सब गंगा ||
कह रस्तोगी कविराय,तीरथ से न बनती है साख |
माँ-बाप के सेवा करो,आशीर्वाद मिलेते है लाख ||
आर के रस्तोगी
मो 9971006425