माँ! तुम्हारी याद आ रही है
जाने क्यों आज फिर से तुम्हारी बहुत याद आ रही है
यूं तो रोज सताती पर कुछ ज्यादा ही सता रही है
फिर आंखों में आंसू आए, टीस उठी है फिर से कोई
तुम पास नहीं हो न माँ! तभी तो, ये मुझे जता रही है
जाने क्यों आज फिर से तुम्हारी बहुत याद आ रही है
यूं तो रोज सताती पर कुछ ज्यादा ही सता रही है
फिर आंखों में आंसू आए, टीस उठी है फिर से कोई
तुम पास नहीं हो न माँ! तभी तो, ये मुझे जता रही है