माँ जब भी दुआएं देती है
माँ जब भी दुआएं देती है
ज़िंदगी फिर सदाएं देती है
जो करता है तिरस्कार माँ का
ज़िंदगी भी उसे जिल्लत और बद्दुआएं देती है
माँ जब भी दुआएं देती है
ज़िंदगी फिर सदाएं देती है
जो करता है तिरस्कार माँ का
ज़िंदगी भी उसे जिल्लत और बद्दुआएं देती है