माँ को बेटा प्यारा
* माँ मो बेटा प्यारा (गीत) *
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माँ को बेटा जां से प्यारा,
सारे जग से लगता न्यारा,
जान से ज्यादा प्यार करती,
जिंदा रहे वो उसका दुलारा।
दूध पिलाती ला कर छाती,
लाड़ – लुटाती लोरी गाती,
बदले में कुछ नही गवारा।
माँ को बेटा जां से प्यारा।
खुद जागती लाल सुलाती,
स्नेह भरा है राग सुनाती,
चमके गगन में बन सितारा।
माँ को बेटा जां से प्यारा।
कुलदीप घर का रहे जलता,
हँसमुख देख हर दुख हरता,
माँ – बेटे संग हर नजारा।
माँ को बेटा जां से प्यारा।
जवां देख सीना भर जाता,
मन मे भय भी है भर जाता,
लाडला ना कहीं आवारा।
माँ को बेटा जां से प्यारा।
भरी जवानी लाल न जाए,
माँ तो जिंदा जी मर जाए,
मनसीरत खुदा का सहारा।
माँ को बेटा जां से प्यारा।
माँ को बेटा जां से प्यारा।
सारे जग से लगता न्यारा।
जान से ज्यादा प्यार करती,
जिंदा रहे वो उसका दुलारा।
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सुखविन्द्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)