* महोबत एकदिन रंग लाती है *
दिल की जुबां पर जब आती है
फिर उनसे महोब्बत हो जाती है
कह दें प्रेम – दिवस पर उनसे
मोहब्बत एकदिन रंग लाती है !!
मधुप बैरागी
कमबख्त मौत भी अब मुझ तक आती नहीं
और जिंदगी है कि अब मुझे जीने नहीं देती !!
मधुप बैरागी
कभी जब राह से भटक जायेंगे हम
कभी निगाह में खटक जायेंगे हम
याद रखो ये वक़्त है बड़ा बेरहम
कभी दीवार से लटक जायेंगे हम !!
मधुप बैरागी