महाराणा प्रताप
मित्रों, सादर समर्पित है आल्हा(वीर छंद)
विषय-महाराणा प्रताप
चेतक को साथ लिये राणा,रण मेंं मुगलों को ललकार।
भीषण युद्ध किया अकबर से, प्रकटे महाकाल के यार।
सिहों जैसे दमके राणा,चम चम चमक रही तलवार।
चपला जैसे चेतक दौड़े ,पल -पल कर मुगलों पर वार।
फेंका मान सिंह पर भाला , चेतक माथे हुआ सवार।
राणा के कौशल के आगे, मान सिंह था रण में हार।
मुगल छोड़ कर रण को भागे, जय जय रजपूती तलवार।
विजयी राणा दमके ऐसे, जैसे महाकाल अवतार।
डा.प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम