Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jan 2022 · 1 min read

महफ़िलों की झूठी मुस्कान

महफ़िलों की झूठी मुस्कान से परहेज़ है मुझे
यही वज़ह है मैं तन्हा रहना पसंद करता हूँ

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 2 Comments · 257 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आधा - आधा
आधा - आधा
Shaily
* नहीं पिघलते *
* नहीं पिघलते *
surenderpal vaidya
तुम्हारा स्पर्श
तुम्हारा स्पर्श
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
14, मायका
14, मायका
Dr .Shweta sood 'Madhu'
स्पर्श
स्पर्श
Satish Srijan
कल?
कल?
Neeraj Agarwal
*पीड़ा*
*पीड़ा*
Dr. Priya Gupta
*चराईदेव के मैदाम (कुंडलिया)*
*चराईदेव के मैदाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
अब बहुत हुआ बनवास छोड़कर घर आ जाओ बनवासी।
अब बहुत हुआ बनवास छोड़कर घर आ जाओ बनवासी।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
【आज का शेर】
【आज का शेर】
*प्रणय*
*फंदा-बूँद शब्द है, अर्थ है सागर*
*फंदा-बूँद शब्द है, अर्थ है सागर*
Poonam Matia
*माँ सरस्वती जी*
*माँ सरस्वती जी*
Rituraj shivem verma
कुछ तो बाक़ी
कुछ तो बाक़ी
Dr fauzia Naseem shad
ओ मेरी सोलमेट जन्मों से - संदीप ठाकुर
ओ मेरी सोलमेट जन्मों से - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
खुदीराम बोस की शहादत का अपमान
खुदीराम बोस की शहादत का अपमान
कवि रमेशराज
किसने कहा पराई होती है बेटियां
किसने कहा पराई होती है बेटियां
Radheshyam Khatik
8--🌸और फिर 🌸
8--🌸और फिर 🌸
Mahima shukla
सच्ची  मौत
सच्ची मौत
sushil sarna
जीवन और रोटी (नील पदम् के दोहे)
जीवन और रोटी (नील पदम् के दोहे)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
नववर्ष
नववर्ष
Mukesh Kumar Sonkar
बदलते दौर में......
बदलते दौर में......
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
हर-दिन ,हर-लम्हा,नयी मुस्कान चाहिए।
हर-दिन ,हर-लम्हा,नयी मुस्कान चाहिए।
डॉक्टर रागिनी
फूल
फूल
Pt. Brajesh Kumar Nayak
दिल जीतने की कोशिश
दिल जीतने की कोशिश
Surinder blackpen
दिन को रात और रात को दिन बना देंगे।
दिन को रात और रात को दिन बना देंगे।
Phool gufran
'धुँआ- धुँआ है जिंदगी'
'धुँआ- धुँआ है जिंदगी'
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"गूगल से"
Dr. Kishan tandon kranti
3563.💐 *पूर्णिका* 💐
3563.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
वह फिर से छोड़ गया है मुझे.....जिसने किसी और      को छोड़कर
वह फिर से छोड़ गया है मुझे.....जिसने किसी और को छोड़कर
Rakesh Singh
राह इनको दिखाने वाले
राह इनको दिखाने वाले
gurudeenverma198
Loading...