मशगूल है वो अपनी तीमारदारी में
1.
मशगूल है वो अपनी तीमारदारी में
कुछ इस तरह
अपने गम भुलाते – भुलाते उन्हें
दूसरों का ख्याल ही न रहा
2.
शराब उसके जिस्म के
भीतर क्या समाई
न उसे खुदा का ख्याल रहा
न ही उस खुदा का
3.
वो आये गले मिले , कुछ इस अंदाज़ में
मेरे दिल ने उनके अरमां , महसूस कर लिए