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12 Oct 2024 · 1 min read

मलाल है मगर इतना मलाल थोड़ी है

मलाल है मगर इतना मलाल थोड़ी है
ये आंख रोने की शिद्दत से लाल थोड़ी है

बस अपने वास्ते ही फ़िक़्रमंद हैं सब लोग
यहां किसी को किसी का ख़याल थोड़ी है

परों को काट दिया है उड़ान से पहले
ये ख़ौफ़ ए हिज्र है शौक़ ए विसाल थोड़ी है…

मज़ा तो तब है कि हम हार के भी हंसते रहें
हमेशा जीत ही जाना कमाल थोड़ी है…

लगानी पड़ती है डुबकी उभरने से पहले
ग़ुरूब होने का मतलब ज़वाल थोड़ी है…!

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