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6 Jul 2021 · 1 min read

मर्यादा

भ्रमर दोहा छंद

मर्यादा ही राखिये, माता सीता जान।
सीता -रामा पाइये, रामा- रामा मान।

मर्यादा ही जानिये,आते -आते काम।
मैंने देखा देखिये,मारा -मारी आम।

डा.प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
मौलिक रचना।

Language: Hindi
301 Views
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