मरा नहीं हूं इसीलिए अभी भी जिंदा हूं ,
मरा नहीं हूं इसीलिए अभी भी जिंदा हूं ,
परेशां ना हो कि मौत का वक्त भी मुकर्रर होता है ।
मैं तो परिंदा हूं उड़ने के लिए आसमां ढूंढ ही लेता हूं ,
जमीं पर तो वो रहता है जिसे उड़कर गिरने का डर होता है ।
मंजू सागर
गाजियाबाद