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27 May 2022 · 2 min read

मयखाने

✒️📙जीवन की पाठशाला 📖🖋️

🙏 मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की कई बार ऐसा लगता है इंसान को की सब कुछ छोड़ कर एक लम्बी यात्रा पर निकल जाए पर फिर लगता है की अपनों की भीड़ में भी तो हम अकेले ही यात्रा कर रहे हैं फिर बाहर जाकर क्या हासिल होगा ?हाँ अगर साथ रहते हुए ही अकेले अंदर की यात्रा (आत्मसाक्षात्कार )कर पाए तो क्या पता फिर कहीं भटकने की जरुरत ही ना पड़े …,

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की दुनियादारी के इस मेले में कुछ व्यक्ति अपने अहंकारवश अपने रिश्तों को खो देते हैं और कुछ अपने रिश्तों को बचाने -सहेजने और जिम्मेदारियों को पूरी करने के चक्कर में अपना वजूद -आत्मसम्मान खो देते हैं …,

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की जिंदगी की इस यात्रा में अनेकों रातें ऐसी भी कटती हैं जहाँ ना नींद होती है -ना ख्वाब बस होती है तो बेचैनी -दिलो दिमाग में चल रही जंग -बोझिल आँखें -निढाल शरीर -एक सन्नाटा और कब आँखें गीली होकर कुछ पल के लिए बंद होती हैं की अचानक मुर्गे की बांग -मंदिर की घंटी -मस्जिद की अजान और चिड़ियाओं की चहचाहट …,

आखिर में एक ही बात समझ आई की अगर जातिवाद का मिटता भेदभाव -इंसान का असली चरित्र -उसका दोहरा चेहरा देखना और समझना है तो मयखाने से होते हुए निकलिए ,जाने कितने भरम दूर हो जायेंगे ….!

बाकी कल ,खतरा अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क 😷 है जरूरी ….सावधान रहिये -सतर्क रहिये -निस्वार्थ नेक कर्म कीजिये -अपने इष्ट -सतगुरु को अपने आप को समर्पित कर दीजिये ….!
🙏सुप्रभात 🌹
आपका दिन शुभ हो
विकास शर्मा'”शिवाया”
🔱जयपुर -राजस्थान 🔱

Language: Hindi
284 Views
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