‘मन मेरा’
तुम्हारी यादों की महक में,
मन मेरा कहीं खो गया।
जागता रहा बंद आँखों में,
खुली आँखों मे सो गया।
तस्वीर तेरी तसव्वर मेंं है,
अक्स आँखों में है बसा।
हमें बुला रही है तेरी सदा,
ये हर दफ़ा मुझको लगा।
©®
तुम्हारी यादों की महक में,
मन मेरा कहीं खो गया।
जागता रहा बंद आँखों में,
खुली आँखों मे सो गया।
तस्वीर तेरी तसव्वर मेंं है,
अक्स आँखों में है बसा।
हमें बुला रही है तेरी सदा,
ये हर दफ़ा मुझको लगा।
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