मन मेरा हट किये बैठा है…
मन मेरा हट किये बैठा है …
मन मेरा हट किये बैठा है,
ढूंढना है तुझे जीद किये बैठा है…
तुने तो कहँ दिया ना मिलुंगी कभी,
बातों को तेरी नजरअंदाज किये बैठा है…
कसमें वादे खिलायी थी पर दिल मुजोर,
शर्तो को लांघकर शर्त किये बैठा है …
प्यार सच्चा जो दिल ने किया मेरे ,
तडपता दिल जोरसे शोर किये बैठा है …
सासें धमने लगी दिलकी आखरी आरजू है,
अंधेरेमे खुदको बेजुबाँ बंद किये बैठा है …
मन मेरा हट किये बैठा है,
ढूंढना है तुझे जीद किये बैठा है…