मन में ग़र विश्वास रहे
सूनेपन की ऊर्जा का, ग़र प्रयोग तू सीख गया,
तो नही जरूरत है तेरे, कंधे पे कोई भी हाथ रहे।
खुद से खुद को खुद ही तुम, गीता ज्ञान सुना लेना,
होंगे निष्कण्टक, कण्टक-पथ, मन मे ग़र विश्वास रहे।
सूनेपन की ऊर्जा का, ग़र प्रयोग तू सीख गया,
तो नही जरूरत है तेरे, कंधे पे कोई भी हाथ रहे।
खुद से खुद को खुद ही तुम, गीता ज्ञान सुना लेना,
होंगे निष्कण्टक, कण्टक-पथ, मन मे ग़र विश्वास रहे।