मन दर्जी
जब से पैसा हो गया,
संबंधों की माप !
मन दर्जी करने लगा,
बस खाली आलाप !!
अपराधी सब छूटते,
तोड़े सभी विधान !
निर्दोषी है जेल में,
रो रहा संविधान !!
✍ सत्यवान सौरभ
ईमेल: satywanverma333@gmail.com
कांटेक्ट: परी वाटिका, कौशल्या भवन , बरवा (सिवानी) भिवानी, हरयाणा – 127045
मोबाइल :9466526148,01255281381