मन चाही है चाकरी, न लगे कोई काम l
मन चाही है चाकरी, न लगे कोई काम l
बस एसी हो जिन्दगी, बस सही है मुकाम ll
हर एक ख़रीदार है, भया है होशियार l
जीवन पदवी दे तुझे, मतिमान या गद्दार ll
अरविन्द व्यास “प्यास”
व्योमत्न
मन चाही है चाकरी, न लगे कोई काम l
बस एसी हो जिन्दगी, बस सही है मुकाम ll
हर एक ख़रीदार है, भया है होशियार l
जीवन पदवी दे तुझे, मतिमान या गद्दार ll
अरविन्द व्यास “प्यास”
व्योमत्न