मन की बात
मन की बात
कहना तो बहुत कुछ है,पर सुनने वाला कोई नहीं।
दिल में उमड़ते तूफान,आँखों में छुपे पानी।
हर किसी के पास है,अपनी व्यस्तता की कहानी।
अपने दुःखों में डूबा,हर कोई है बेगाना।
पर एक इंसान निकला,लोगों की ऐसी शिकायतें दूर करने।
बना वो सबका सहारा,दिलों को जोड़ने।
सैकड़ों लोगों की जिंदगी,उसने बनाई आसान।
दिलों की बातों को सुनकर,उनका दिया समाधान।
आप भी बता सकते हैं,उसे अपने दिल का हाल।
शायद वो समझ सके,आपकी आत्मा का ज्वालामुखी।