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16 Dec 2023 · 1 min read

मन का भाव

🦚
जैसा भाव भरा हो मन में, अपना रंग दिखायेगा।
चुपके से दूजे के मन से, चुगली जा कर आयेगा ।।
स्वर ,वाणी फिर शब्द बदलते, बदला करती है भाषा ।
अच्छे सम्बंधों की तो फिर ,रखना मत मन में‌ आशा ।।

भाव‌ समझ जिसके आया ।
फल मीठा उसने पाया ।।
🌹
महेश जैन ‘ज्योति’,
मथुरा ।
***
🌳🦚🌳

Language: Hindi
255 Views
Books from Mahesh Jain 'Jyoti'
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